भारत के परमवीर
आया हूँ मैं याद दिलाने,वीरो के अनकहे फ़साने खा कर गोली सीने पर अपने,रण में बिछड़े ना जाने कितने 47 से 99 […]
हमको भी कुछ यार मिले है
रंग मंच सी इस दुनिया में जीवन के किरदार मिले हैं रंग बदलती इस दुनिया में बेफ़िक्रे दिलदार मिले हैं ।। हमको […]
फिर प्यार हो गया
शाम की निगाह में, ये दिन गुज़र गया जाती हुई रात को, इक ख्वाब मिल गया ढलती हुई उम्र को, फिर प्यार […]
तिरंगा की जुबानी वर्दी की कहानी
ए मेरे वतन, सुन आज ज़रा, तुझसे ये कहने आया हूँ है गर्व मुझे इस वर्दी पर इतना बतलाने आया हूँ रेष […]
मेरा शहर
यादों की एक पगडंडी मेरे शहर से होके जाती है हर मील के उजड़े पत्थर पर कुछ लम्हों से मिलवाती है एक […]
बेटियाँ
बेटियाँ, बेटियाँ, बेटियाँ ये बेटियाँ पिता का जन्म दूसरा परिवार का ये आसरा कर्मों का वरदान ये पुण्यों की ये प्राप्तियाँ ।। […]