Poems

भारत के परमवीर

आया हूँ  मैं याद दिलाने,वीरो के अनकहे फ़साने खा कर गोली सीने पर अपने,रण में बिछड़े ना जाने कितने 47 से 99 […]
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विविधता

कैसा होता ये उपवन जो फूल गुलाब ही इसमे खिलता इन्द्रधनुष कैसा होता जो रंग सफ़ेद ही उसमें रहता काली जो ये […]
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गुरुवंदन

ब्रह्म तुम्ही हो, तुम्ही हो शिव में विष्णु के अवतार भी तुम हो वेदों के हर अंक में तुम हो राष्ट्र सृजन […]
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मेरा शहर

यादों की एक पगडंडी मेरे शहर से होके जाती है हर मील के उजड़े पत्थर पर कुछ लम्हों से मिलवाती है एक […]
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राम चरित है

राम को भगवान कह दूँ कैसे खुद से दूर कर दूँ विष्णु का अवतार कह दूँ कैसे बस चमत्कार कह दूँ राम […]
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मैत्री

चार दीवारों के भीतर ना मन मंदिर में वास हो जिसका घर से बाहर जब मैं निकलूं परछाई सा साथ रहे वो […]
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बेटियाँ

बेटियाँ, बेटियाँ,  बेटियाँ  ये बेटियाँ पिता का जन्म दूसरा परिवार का ये आसरा कर्मों का वरदान ये पुण्यों की ये प्राप्तियाँ ।। […]
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बारिश और उम्र

हर उम्र की बारिश अपनी है कभी तो चाहत कभी मुसीबत कभी दिलाती याद किसी की हर बारिश की ख्वाहिश अपनी है।। […]
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