माना तुम सुंदर हो
माना तुम सुंदर हो इन्दर की परियों में, पहला तुम नंबर हो हर दिल में उठता, तुम एक बवंडर हो ख्वाबों में […]
हमको भी कुछ यार मिले है
रंग मंच सी इस दुनिया में जीवन के किरदार मिले हैं रंग बदलती इस दुनिया में बेफ़िक्रे दिलदार मिले हैं ।। हमको […]
फिर प्यार हो गया
शाम की निगाह में, ये दिन गुज़र गया जाती हुई रात को, इक ख्वाब मिल गया ढलती हुई उम्र को, फिर प्यार […]
कुछ कहना चाहता हूं
कुछ कहना चाहता हूं स्याही में लिपट, कागज पर उतरना चाहता हूं ख़त बन , हाथों को छू जाना चाहता हूं शब्दों […]
अबके होली छत पे मिलना
बहुत हुआ, आँखों से मिलना नज़र झुका, जुल्फों को हटाना सखियों संग बातों में मेरी गालों में कलियों का खिलना खाली काग़ज […]
मैत्री
चार दीवारों के भीतर ना मन मंदिर में वास हो जिसका घर से बाहर जब मैं निकलूं परछाई सा साथ रहे वो […]